नागरिकता संशोधन बिल 2019 का विपक्ष द्वारा विरोध क्यों

नागरिकता संशोधन बिल जब राज्यसभा और लोकसभा में पास हुआ इसके बाद राष्ट्रपति महोदय द्वारा भी हस्ताक्षर कर देश का कानून लागू कर दिया गया है लोकसभा और राज्यसभा में जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियों की वोटिंग के माध्यम से बिल पास हुआ है इसके विपरीत विपक्ष और आम छोटे-बड़े नेता आम नागरिकों को तरह तरह की कहानियां सुनाकर इस बिल का दुष्परिणाम जनता के सामने परोस रहे उनको इस बिल की सच्चाई के बारे में शायद जानकारी है या नहीं है या होते हुए भी जानकारी आम जनता से छुपा रहे हैं और अपनी बंद होती हुई राजनीति की रोजी रोटी को आगे तक सेकने के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं उन्हें शायद इस बिल की सच्चाई और आने वाले भारत के भविष्य के बारे में शायद जानकारी ना हो कि आज से कई वर्षों पूर्व भारत के पड़ोसी मुल्कों में बसे हुए हिंदू या अन्य धर्म के अल्पसंख्यक नागरिकों पर पड़ोसी मुल्कों ने कितने अत्याचार किए यह सभी जानते हैं कईयों ने तो अत्याचारों से त्रस्त आकर अपना अपना धर्म परिवर्तन कर लिया और जिन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया उनको मार दिया गया है  या वे किसी भी तरह भारत की शरण में भारत की  धरती पर आकर बस गए हैं  भारत सरकार ऐसे हिंदू शरणार्थियों की रक्षा नहीं करेगा तो कौन सा मुल्क है जो उन्हें शरण देगा और रक्षा करेगा आज भी कई सिंध प्रांत से आए हुए सिंधी समाज के लोग आज भी भारत की नागरिकता के लिए तरस रहे हैं उदाहरण है 2014 तक भारत में आए हुए और जो भारत में बसे हुए मुसलमान हैं उनको यह किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है सभी को नागरिकता भारत सरकार के नियम अनुसार मिलेगी